साहित्य की दुनिया में रायबरेली का नाम रोशन कर रहे अभय प्रताप सिंह
जनपद रायबरेली, निवासी बेनीकोपा ( कबीरवैनी ) के रहने वाले युवा साहित्यकार अभय प्रताप सिंह अब उत्तर प्रदेश के बाद अन्य राज्यों जैसे बिहार, राजस्थान, छत्तीसगढ़, गुजरात, गोवा, मध्य प्रदेश, हरियाणा, आदि में भी अपने नाम का परचम लहरा रहे हैं। अभय हाल ही में ‘ लेखनशाला ‘ नाम का एक ‘ संस्था ‘ स्थापित किए जोकि हर रोज नई बुलंदियों को स्पर्श कर रहा है।
इस संस्था का उद्देश्य उन तमाम रचनाकारों को जगह देना है, उनकी लिखी रचनाओं को प्रकाशित करना है जिनके पास प्रतिभा है, मेहनत करने का जुनून है, लेखनी का शौक है। उसके बावजूद वो अपनी रचनाओं को प्रकाशित करवाने में असमर्थ हैं।
संस्था संस्थापक, अभय जी से बात करने पर उन्होंने बताया कि लेखनशाला संस्था की स्थापना 13 जुलाई 2024 को की गई थी। जिसका मकसद हर उस शख्स तक पहुंचना है जो लिखना चाहते हैं, पढ़ना चाहते हैं, साहित्य में रुचि रखते हैं लेकिन उनके पास किसी भी प्रकार की कोई विकल्प नहीं है जिससे वो अपनी बातों को लोगों के मध्य रख पाएं। इसलिए हमारा उद्देश्य यही है कि हम हर उस शख्स तक पहुंचे जो इन परेशानियों से जूझ रहे हैं और साहित्यिक सेवा भी करना चाहते हैं। हमारी ये संस्था सभी लेखकों, पाठकों और तमाम सहपाठियों के लिए लाभप्रद होगी। हम हर संभव प्रयास करेंगे की इस संस्था के माध्यम से हम पाठकों के लिए हर रोज़ कुछ न कुछ नया लाएं जिससे उन पाठकों को थोड़ी आसानी प्राप्त हो।
उन्होंने ने ये भी कहा कि लेखनशाला ( शब्दों की उड़ान ) संस्था में संस्था के कई सारे प्रोडक्ट भी शामिल किए गए हैं। हमारी संस्था हमारी पूरी टीम, सभी भाषा सलाहकार इस छोटी सी मुहीम में अपना हिस्सा लिए और संस्था को मजबूत बनाए। मैं सिर्फ़ संस्था का संस्थापक हूं लेकिन संस्था के सफ़लता के पीछे का सारा योगदान, टीम और भाषा सलाहकारों को जाता है।