New year poetry 2021-नववर्ष/शैलेन्द्र कुमार

नववर्ष 2021 पर अवध की धरती के सपूत शैलेंद्र कुमार एक प्रतिष्ठित लेखक है। New year poetry 2021-नववर्ष उन्ही रचना में से एक है । आप की रचना समाज को एक नई दिशा और संदेश देती है हिंदी रचनाकार पाठकों और विश्व के हिंदी भाषी लोगों के सामने प्रस्तुत है रचना।

नव वर्ष


साथी कैसे कहूं? क्या कहूं?

नववर्ष तो पिछली बार भी आया था
लेकर वजूद हजार खुशियों का

हृदय में गहराई तक समाया था ।

तुम्हारी वह स्नेहिल दृष्टि

और वह नूतन अहसास

सच कहूंँ यथार्थ की भूमि पर

मेरी कल्पनाओं का महल उतर आया था ।

उन दिनों मैं कितना खोया खोया था ,
कितनी लगन थी सोच नहीं सकता

बमुश्किल उस पंक्ति में

उन भावों को कैसे ला पाया था ।

गर्व था सृजन के क्षणों पर

और लेखनी पर भी ,
आखिर अपनेपन के अहसास को

इतने नजदीक से छू पाया था ।

किस ढंग से लिखा था ‘हैप्पी न्यू ईयर’
कला के इस अनोखे रूप को

 

इतनी सहजता से प्रस्तुत कर पाया था ।

कितनी रसमय थी वह कविता और वह दिन

प्रसाद में माधुर्य लिपटा रहा आद्यान्त

एक गुण और था हर पंक्ति में

तुम्हारा नाम आया था ।

साथी कैसे कहूँ? क्या कहूँ?

नव वर्ष पिछली बार भी आया था।

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शैलेन्द्र कुमार

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