hindi kavita shabd pujaaree-शब्द का हूं मै पुजारी
वरिष्ठ कवि सृष्टि कुमार श्रीवास्तव की’हिंदी कविता शब्द का हूं मै पुजारी-hindi kavita shabd pujaaree हिंदी रचनाकार के पाठकों के लिए प्रस्तुत है। कविता मे लेखक ने अपने अनुभवों को पक्तियों के माध्यम से हिंदी कविता शब्द का हूं मै पुजारी- मे पिरोया है पाठक कविता को समझे और अपने भाव कमेंट के रूप मे व्यक्त करें ।
शब्द का हूं मै पुजारी (hindi kavita shabd pujaaree)
शब्द का हूं मै पुजारी
भावना का सार हूं।
मै ऊषा का गीत हूं
सूर्य का उपहार हूं।
अश्रु मेरे सूर्यवंशी
चन्द्रवंशी हैं व्यथायें
मंत्र बनकर गूंजती
जो लिखी मैने ऋचाएं।
तुम हँसे मै चुप रहा
ये समय की बात है।
ये न समझो मै तुम्हारे
सामने लाचार हूं।
बांसुरी बजती नही ती
बांसुरी को तोड़ दो।
साथ चलना है कठिन
तो साथ मेरा छोड़ दो।
सुख नही निर्भर मेरा
रूप के रति धर्म पर।
संसार मे हूं मै मगर
मै नही संसार हूं।
राह मे कांटे मिलेंगे
पूर्व से मै जानता हूं।
मंच का भ्रम सामने है
सत्य को पहचानता हूं।
आचरण पर आवरण का
मै रहा कब पक्षधर।
व्यक्ति मत समझो मुझे
मै अमृत विचार हूं।
आपको कविताशब्द का हूं मै पुजारी-hindi kavita shabd pujaaree अच्छी लगे तो अवश्य शेयर करे फेसबुक,व्हाट्सप ट्विटर आदि इससे हमारा उत्साह बढ़ता है। अगर आपके कविता को लेकर सुझाव है कमेन्ट बॉक्स या ईमेल से सम्पर्क करे ।
हिंदीरचनाकार (डिसक्लेमर) : लेखक या सम्पादक की लिखित अनुमति के बिना पूर्ण या आंशिक रचनाओं का पुर्नप्रकाशन वर्जित है। लेखक के विचारों के साथ सम्पादक का सहमत या असहमत होना आवश्यक नहीं। सर्वाधिकार सुरक्षित। हिंदी रचनाकार में प्रकाशित रचनाओं में विचार लेखक के अपने हैं और हिंदीरचनाकार टीम का उनसे सहमत होना अनिवार्य नहीं है।|आपकी रचनात्मकता को हिंदीरचनाकार देगा नया मुक़ाम, रचना भेजने के लिए help@hindirachnakar.in सम्पर्क कर सकते है|whatsapp के माद्यम से रचना भेजने के लिए 91 94540 02444, 9621313609 संपर्क कर कर सकते है।