video hindi story – वीडियो /संतोष कुमार विश्वकर्मा
“मेरे बचपन की यादें”से संकलित कहानी
(video hindi story)
“वीडियो”
पूरे गांव में हल्ला मच गया कि ठाकुर साहब की बेटी की शादी में वीडियो लगेगा, और पूरा गांव क्या,आसपास के दो चार गांव में यह बात जंगल में आग की तरह फैल गई।
बूढ़े, बच्चे, जवान सब अपना बोरिया बिस्तरा लेकर वीडियो देखने को उमड़ पड़े।
घेरर्राउ काका ने बताया कि वीडियो बारातियों के तंबू के सामने लगेगा, आखिर बाराती है उनका सम्मान पहले किया जाएगा, सो वीडियो देखने वालों की भीड़ बारातियो के तंबू के आसपास मंडराने लगी।
उस समय किसी के यहाँ शादी विवाह या अन्य किसी समारोह में वीडियो लगना बहुत अच्छा इंतजाम, और प्रतिष्ठा का विषय था।
बारातियों में कुछ लोग जो “बसंती”का आलिंगन कर चुके थे वो कुछ ज्यादा ही आतुर हो रहे थे और बीच बीच मे शोले फ़िल्म के धर्मेंद्र बन रहे थे और हंगामे का वातावरण बनाने में भरपूर सहयोग कर रहे थे।
तभी अचानक लुकमान ने पूछा,” कौन कौन पिक्चर आया है”।ये भी एक चिंता का विषय था,यदि दो कैसेट आयी है,तो मजा पचास प्रतिशत तुरंत कम हो जाता था ,और अगर तीन कैसेट आयी है, तो बढ़िया और यदि चार, तो सोने पे सुहागा।
तभी सिकंदर भाई ने कहा, मैं पता लगा के आता हूं कौन कौन सी फिलिम,और कितनी कैसेट आयी है।
जो वीडियो चलाने वाला आया था उसका तो अलग ही जलवा और भोकाल था ,गांव के लड़के उसे भरपूर से ज्यादा सम्मान दे रहे थे।मेज पर टीवी सेट लगाते हुए वो अपने आप को किसी हीरो से कम नही समझ रहा था।
लुकमान ने एक बार उससे फ़िल्म के बारे में पूछा तो उसने लुकमान को डांटकर भगा भी दिया था।
आखिर सिकंदर भाई के “आशिकी”गुटके ने कमाल दिखाया और वीडियो चलाने वाले ने उनको बताया तीन कैसेट आयी है, मिथुन, अमिताभ बच्चन और सनी देओल की ,इतना सुनते ही दर्शकों की टोली खुशी से झूम पड़ी। क्या क्रेज था उस टाइम मिथुन का, बहुत लोकप्रिय थे।
उनका बोला डायलॉग,”अबे ओय” “कोई शक” और “तेरी जात का बैदा मारुं” आज भी बहुत प्रसिद्ध है और आवारा टाइप के लड़कों के मुंह से आज भी सुनाई पड़ जाता है।
खैर तभी अचानक हलचल तेज हो जाती है और पता चलता है कि वीडियो चालू होने वाला है, वीडियो वाले ने जैसे ही “श्री राम होंडा” का पोर्टेबल जनरेटर स्टार्ट किया, दर्शकों के दिलों की धड़कने भी उसी रफ्तार से तेज हो गयी और फिर लगी पहली कैसेट,मिथुन की “दाता”दर्शको में घोर आंनद की प्राप्ति, किसी मारधाड़ वाले सीन पर बीच बीच में “मार सारे का” भी सुनाई पड़ रहा था।
गंगा जमुना सरस्वती फ़िल्म में अमिताभ बच्चन जब मगरमच्छ को अपनी पीठ पर लादकर लाये और हंसराज की जो सुताई की ,मजा आ गया।
तभी अचानक जनरेटर घरघरा के बंद हो गया चारों तरफ सन्नाटा, क्या हुआ ,क्या हो गया, पता चला कि जनरेटर में पेट्रोल ही खत्म हो गया है,सभी दर्शको का दिल बैठ गया।
ठाकुर काका जिन की बेटी की शादी थी वो भी फिलिम का आनंद ले रहे थे, वीडियो चलाने वाले को बिगड़ गए बोले एक पैसा नही दूँगा ।वीडियो चलाने वाले की घोर बेज्जती हुई ,सारा हिरोपना निकल गया।
एलान हुआ कि सब अपने घर जाओ अब फिलिम नही चलेगी,तभी कुछ लड़कों ने कहा फौजी काका के “हीरो मैजेस्टिक”(विक्की)से पेट्रोल मिल सकता है और फौरन से पेश्तर, चार लड़के फौजी काका के घर रवाना हो गए।
रात के दो बजे के आसपास फौजी काका ने आने की वजह पूछी तो लड़को ने बताया कि वीडियो चल रहा था जनरेटर में पेट्रोल खत्म हो गया है आपकी बिक्की से पेट्रोल चाहिए ।
इतना सुनते ही फौजी काका आगबबूला हो गए और एक हजार गाली दी और बोले, चले जाओ हरगिज नही दूंगा।
लेकिन फिलिम देखने के जुनून के आगे ये अपमान कुछ भी ना था आखिर पेट्रोल लेकर ही लौटे ,ये बात अलग है कि फौजी काका ने पेट्रोल का दाम दुगना वसूल किया।
एक बार फिर से वीडियो चालू हुआ और फिर लगी “विश्वात्मा” “सात समुंदर पार मै तेरे पीछे पीछे आ गई” बहुत लोकप्रिय हुआ और आज भी उसका कोई तोड़ नही।।
“मेरे बचपन की यादें”
आप में से बहुत लोगो को शायद ये याद होगा, बहुत लोग भूल भी गए होंगे, थोड़ा बहुत मैं लिखता हूं सोचा आप सबको याद दिला दूं, थोड़ी आपके चेहरे पे मुस्कान ला दूं।
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