अवधी भाषा में लिखी मधुरस पंखुड़ियां साझा काव्य संग्रह पुस्तक का हुआ विमोचन

रायबरेली: अवधी भाषा में लिखी मधुरस पंखुड़ियां साझा काव्य संग्रह पुस्तक का हुआ विमोचन । अवधी भाषा अवध के क्षेत्र की भाषा है जिसे आगे बढ़ाने के लिए साहित्यकारों का एक समूह काम कर रहा है जिसका एक पुस्तक विमोचन का कार्यक्रम रायबरेली में आयोजित हुआ l

अवधी मधुरस कला समन्वय समिति अमेठी के तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाषा सलाहकार डॉ संतलाल उपस्थित रहे संयुक्त रूप से प्रकाशित मधुरस पंखुड़ियां साझा काव्य संग्रह पुस्तक में अवधी भाषा में लिखी कविताओं को संकलित किया गया है l
कार्यक्रम में अनिल कुमार सिंह, शिव कुमार सिंह ‘शिव’ डॉ रामगोपाल जायसवाल, डॉ मनोज सिंह ,जितेंद्र सिंह और अंकित सैनी के साथ अवधी भाषा के प्रख्यात विद्वान इंद्रेश भदोरिया व हिंदी रचनाकार समूह के संस्थापक अभिमन्यु सिंह भी मौजूद रहे l

मुख्य अतिथि डॉक्टर संतलाल ने बताया कि अवधी भाषा का इतिहास रामायण काल से माना जाता है इसलिए यह पुरानी भाषाओं में गिनी जाती है भले ही शहर के लोग इसे बोलने में संकोच करते हैं लेकिन गांव क्षेत्र में आज भी यह भाषा प्रचलित है जिसे संकलित करके आगे बढ़ाने की आवश्यकता है l