पहचान पिता हैं | Heart Touching पापा पर कविता हिंदी में
Heart Touching पापा पर कविता हिंदी में, पिता के लिए कविता हिंदी में
पहचान पिता हैं
अंदर के अभिमान पिता हैं ,
सुयश , प्रतिष्ठा , शान पिता हैं ,
जीवन के इस रंगमंच पर ,
मेरी तो पहचान पिता हैं !
जब धरती पर आँखें खोली ,
तुतलाती थी मेरी बोली ,
कभी गोद में मुझे उठाया ,
उँगली धर चलना सिखलाया !
इस दिल के अरमान पिता हैं !
मेरी तो पहचान पिता हैं !
बाहों में ले मुझे झुलाया ,
नव – जीवन का पाठ पढ़ाया ,
झूठ बोलना नहीं सिखाया ,
सदा सत्य – पथ ही दिखलाया !
दिव्य गुणों का खान पिता हैं !
मेरी तो पहचान पिता हैं !
करो बंदना , नित कर जोड़ो ,
कभी पिता का दिल मत तोड़ो ,
ईश्वर तो बैठे हैं नभ में ,
पिता रूप ले आये जग में !
चंद्र , गगन , दिनमान पिता हैं !
मेरी तो पहचान पिता हैं !
है गौरव , हूँ अंश तुम्हारा ,
मिला आपसे सदा सहारा ,
भूतल का वो श्रेष्ठ , प्रवर – नर ,
देव , नक्षत्रों से भी ऊपर !
धरती पर भगवान पिता हैं !
मेरी तो पहचान पिता हैं !
प्रतिभा इन्दु
भिवाड़ी राजस्थान