डॉ. चुम्मन प्रसाद श्रीवास्तव का जीवन परिचय | Dr. Chumman Prasad Srivastava Biography in hindi
आदित्य अभिनव उर्फ़ डॉ. चुम्मन प्रसाद श्रीवास्तव का जीवन परिचय | Dr. Chumman Prasad Srivastava Biography in Hindi
हिंदी साहित्य का वो नाम जो किसी परिचय का मोहताज़ नहीं है। वर्तमान हिन्दी के उन्नयन की कहानी में प्रभावशाली योगदान का संकल्प मुखरित हुआ डॉ. चुम्मन प्रसाद श्रीवास्तव के द्वारा। किसी के व्यक्तित्व पर लिखना एक उलझन पूर्ण और चुनौती भरा कार्य है। वह व्यक्ति विशेष यदि रचनाकार हो तो मुश्किलें और बढ़ जाती है क्योकि उसके बाहर -भीतर की अपेक्षा एक समानान्तर संसार की हलचल सदैव उपस्थित रहती है। उसी से वह भाव ग्रहण करता है और उसी पृष्ठभूमि से अनुभूति ग्रहण कर अपनी लेखनी से कुछ समाज के जिन पड़ावों मोड़ो से होकर गुज़रता है वही उसके सौन्दर्य की निरन्तरता बन जाती है। बाह्य और अन्तस के समानुपात में वह सादगी और सौम्यता के लिए संदेश देकर मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण से सचेतन रचनाकार की श्रेणी में पहुँच जाता है। साहित्य में डॉ. चुम्मन प्रसाद श्रीवास्तव एकांत भाव में स्वान्तः सुखाय सर्जन करने वाले रचनाकार है।
आदित्य अभिनव उर्फ़ डॉ. चुम्मन प्रसाद श्रीवास्तव का जीवन परिचय ( Dr. Chumman Prasad Srivastava Biography in hindi )
क्रमांक | जीवन परिचय बिंदु | डॉ. चुम्मन प्रसाद श्रीवास्तव जीवन परिचय |
1. | पूरा नाम | डॉ. चुम्मन प्रसाद श्रीवास्तव |
2. | अन्य नाम | आदित्य अभिनव |
3. | जन्म | 30 जून 1970 |
4. | जन्म स्थान | भटगाई, प्रखण्ड – तरैया, जिला- छपरा ( सारण) बिहार – 841424 |
5. | माता-पिता | श्रीमती कांती देवी – स्व0 पांडेय कमलेश्वर प्रसाद श्रीवास्तव |
6. | शिक्षा | एम. ए. (हिंदी) , पी. एच . डी. |
7. | रचनाएँ- शोध प्रबंध | प्रपत्तिपरक गीतों की परम्परा और निराला के प्रपत्तिपरक गीत ‘’ ( 2012) प्रमुख कविताएँ – अमर शहीद , चमक , रावण- दहन , सूरज का गाँव , मरी हुई मछली की बू , तय है, भारतीय प्रजातंत्र, किन्नर, रजनी , राष्ट्रभाषा हिंदी , गण और तंत्र , विकास , रोटी, पिता के आँसू आदि काव्य संग्रह – “ सृजन संगी ‘’ ( साँझा काव्य संकलन ) ( प्रकाशन वर्ष 2006) , “ सृजन के गीत ’’ ( प्रकाशन वर्ष 2018 ), “ हाँ ! मैं मज़दूर हूँ ‘’ ( साझा काव्य संग्रह) ( प्रकाशन वर्ष 2020 ) प्रमुख कहानियाँ – “ ताज़िया ” , “ सुंदरी ” , “ मानुष तन “ , “ मज़बूर’’ , “ एहसान’’ , “अंतिम सम्बोधन ‘’, “ ऐसा तो होना ही था ‘’ , “बँधी प्रीत की डोर ‘’ , “ रुका न पंछी पिंजरे में ‘’ , “ फरिश्ते ‘’ “दंश’’ “कोख ‘’ , “ क्षितिज के पार ‘’, “माँ ‘’, “ स्वप्नजाल’’, “ कवने घाट पर सौनन भईली’’ आदि |
8. | समीक्षा | “ वैदिक एवं उपनिषद् साहित्य और निराला’’ (2013) , “ विशिष्टाद्वैत और निराला ‘’ (2013) “ निराला के भक्ति पर तुलसी का प्रभाव ‘’ (2014) “ प्रपत्ति : अर्थ और स्वरूप ‘’ (2014) , “ शांकर वेदांत और निराला ‘’ (2014) , “ शमशेर की कविता : अतियथार्थवादी रूप में’’ (2015) , “ निराला के प्रपत्तिपरक गीतों के दार्शनिक आधार ‘’(2015) , “ पारसी थियेटर का भारत में नया स्वरूप ‘’ (2015) , “ भूमण्डलीकरण , भारतीय किसान और हिंदी साहित्य ‘’ (2015) , “ उसने कहा था : एक कालजयी कहानी ‘’ (2016) , “ सूर साहित्य में लोक गीत और लोक नृत्य ‘’ (2018) , “ दिनकर के काव्य में क्रांति और विद्रोह का स्वर ‘’ (2019) ,” दिनकर के काव्य में सर्प बिम्ब ‘’ (2020) , “ आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी और निराला ‘’ आदि |
9. | विशेष | आकाशवाणी – बीकानेर , जोधपुर और गोरखपुर से कविता का प्रसारण दूरदर्शन – मारवाड़ समाचार , जोधपुर से कविता का प्रसारण सम्पादन सहयोग – “ मानव को शांति कहाँ ‘’ (मासिक पत्रिका) (2004- 2008 तक उप संपादक ) आयोजन सचिव – “ महामारी ,आपदा और साहित्य ‘’ पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेविनार ( 13 जून 2020)( आयोजक – भवंस मेह्ता महाविद्यालय, भरवारी,यूपी) व्याख्यान – “ सिनेमा और साँझी विरासत ‘’ (14 जुलाई 2020 ) वाड़.मय पत्रिका ,अलीगढ़ और विकास प्रकाशन ,कानपुर के संयुक्त तत्वाधान में । सम्मान – साहित्योदय सम्मान (2020) , लक्ष्यभेद श्रम सेवी सम्मान(2020) |
10. | धर्म | हिन्दू |
11 . | पता | आदित्य अभिनव उर्फ डॉ. चुम्मन प्रसाद श्रीवास्तव सहायक आचार्य (हिंदी) भवंस मेह्ता महाविद्यालय , भरवारी कौशाम्बी (उ. प्र. ) पिन – 212201 |
12 . | नागरिकता | भारतीय |
13 . | संपर्क सूत्र | मोबाइल 7767041429 , 7972465770 ई –मेल chummanp2@gmail.com |
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