वरिष्ठ साहित्यकार रंगनाथ मिश्र का आकस्मिक निधन | अखिल भारतीय अगीत परिषद

लखनऊ : वरिष्ठ साहित्यकार रंगनाथ मिश्र का आकस्मिक निधन दिनांक 1.2.2022 को उनके निजी आवास राजाजीपुरम लखनऊ में हो गया है । उनके निधन पर सभी साहित्कार बंधु उनके परिचित मित्रगण सूचना से अवगत होकर बहुत बड़े दुख का अनुभव कर रहे हैं।

डॉ.सत्य के निधन पर सृजन संस्थान के तत्वावधान में शत्रुघ्न सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज शाम एक शोक सभा का आयोजन भी किया गया जिसमें जनपद के अनेक कवियों ने विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश भी डाला ।

डॉ.सत्य का परिचय

डॉ.सत्य का परिचय देते हुए संस्था के पदाधिकारी डॉ. रसिक किशोर सिंह नीरज ने बताया कि उन्होंने 1966 में अखिल भारतीय अगीत परिषद की स्थापना करके हिंदी साहित्य के काव्य क्षेत्र में एक कीर्तिमान स्थापित किया है। तथा अगीत विधा सन 1975 से गद्य क्षेत्र में संतुलित कहानी विधा का तथा 1998 में हिंदी समीक्षा के क्षेत्र में संघात्मक समीक्षा पद्धति को प्रारंभ किया । जिसके वह जनक कहे जाते हैं ।

आपके द्वारा चलाई गई अगीत विधा पर कई विश्वविद्यालयों की स्नातकोत्तर परीक्षाओं में प्रश्न पूछे गए हैं । तथा उन्होंने अगीत त्रैमासिक पत्रिका को भी सन 1967 से अनवरत संपादित किया ।
विभिन्न बाधाओं से जूझते हुए डॉ. सत्य ने अभी तक निरंतर संपादन में संलग्न रहे । तथा राष्ट्रभाषा हिंदी के लिए अनेक गोष्ठियों , तथा कवि सम्मेलनों का आयोजन अखिल भारतीय स्तर पर बराबर करते रहे हैं। उन्हें हिंदी संस्थान उत्तर प्रदेश द्वारा साहित्य भूषण सम्मान से भी अलंकृत किया गया है ।
इसके साथ ही वह एक ऐसे राज्य कर्मचारी थे जिन्होंने उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम में एक ही स्थान में पूरी जीवन की सेवाएं अर्पित करते हुए सम्मान पूर्वक वर्ष 2000 में केंद्र प्रभारी के पद से सेवानिवृत्त हुए ।
डॉ. नीरज ने लगभग 40 वर्षों का उनका सानिध्य मिलने की बात बताते हुए कहा कि डॉ. सत्य हमेशा साहित्य की सेवा के लिए तत्पर रहे हैं और हमारी संस्था के भी बड़े बड़े आयोजनों से लेकर छोटे-छोटे आयोजनों तक अपनी गरिमामई उपस्थिति प्रदान कर गौरव बढ़ाते रहें हैं। तथा उनके निधन से साहित्य जगत में अपूर्णनीय क्षति बताया।

सभी साहित्यकारो ने दिवंगत आत्मा को शांति तथा उनके परिवार को धैर्य धारण करने की क्षमता प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया ।शोक सभा में सर्वश्री नवल किशोर तिवारी एडवोकेट ,हरीश चंद्र त्रिपाठी हरीश, दुर्गा शंकर वर्मा दुर्गेश ,प्रदीप त्रिवेदी दीप, सुमित तिवारी सुमित ,अंगद त्रिवेदी ,दुर्गा शंकर वर्मा दुर्गेश, सूर्य प्रसाद शर्मा निशिहर ,इंद्र बहादुर सिंह भदौरिया इंद्रेश, शिव बहादुर सिंह दिलबर, डा. राधारमण रमणेश, आदि जनपद के अनेक साहित्यकारों ने उन्हें अपनी विनम्र भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।